दरिद्रता दूर करने के लिए - रामचरितमानस मानस के अचूक उपाय > रामचरितमानस की इन आठ चोपाइयों के नित्य पाठ से आप के घर में कभी दरिद्रता नहीं आएगी
ॐ श्री गणेशाये नमः वर्णानामर्थसंघानां रसानां छन्दसामपि। मंगलानां च कर्त्तारौ वन्दे वाणीविनायकौ ॥ जय श्री राम यदि आप अपने घर में भाव और श्रद्धा से इन आठ चोपाइयों का नित्य पाठ करेंगे तो मेरा मानना है कि आप के घर में कभी दरिद्रता नहीं आएगी । परम पूज्य संत श्री डोंगरे जी महाराज कहा करते थे जिस परिवार में इन आठ चोपाइयों का नित्य पाठ होता है उस परिवार में अमीरी कितनी आएगी, ये तो नहीं कह सकते पर उस परिवार में दरिद्रता कभी नहीं आएगी । यह चोपाइयाँ श्री रामचरितमानस के अयोध्या कांड के आरम्भ में ही है । मात्र ५ मिनट में इनका पाठ पूर्ण हो जाता है । मात्र ५ मिनट के श्रद्धापूर्वक पाठ से निश्चित ही आप का कल्याण होगा। भगवान राम की कृपया प्राप्त होगी । आइए हमारे साथ इन आठ चोपाइयों का पाठ करते है - गायन करते है । जब तें रामु ब्याहि घर आए। नित नव मंगल मोद बधाए॥1॥ भुवन चारिदस भूधर भारी। सुकृत मेघ बरषहिं सुख बारी॥2॥ रिधि सिधि संपति नदीं सुहाई। उमगि अवध अंबुधि कहुँ आई॥3॥ मनिगन पुर नर नारि सुजाती। सुचि अमोल सुंदर सब भाँती॥4॥ कहि न जाइ कछु नगर बिभूती...